जब भी हम श्री गणेश जी का स्मरण करते हैं, तो उनके माता-पिता भगवान शिव और माता पार्वती का ध्यान स्वतः ही आ जाता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि गणेश जी के “सगे मामा” यानी पार्वती जी के असली भाई कौन थे?
यह प्रश्न बहुत रोचक है और इसके उत्तर हमें पौराणिक ग्रंथों और लोककथाओं में मिलते हैं।
पार्वती जी का परिवार
माता पार्वती के पिता हिमवान (हिमालय देव) और माता मेना देवी थीं। इन्हें हिमालय पर्वत का अधिपति भी माना जाता है।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, पार्वती जी के कई भाई-बहन थे। बहनों के नामों का उल्लेख कहीं-कहीं मिलता है, लेकिन भाइयों के नाम बहुत कम उल्लेखित हैं।
ग्रंथों के अनुसार पार्वती जी के भाई
कुछ लोककथाओं और ब्लॉग स्रोतों में स्पष्ट रूप से उल्लेख मिलता है कि पार्वती जी के भाइयों में प्रमुख नाम हैं:
Mainaka (मेइनाका)
Mandara (मंदार)
इन दोनों को ही माता पार्वती के भाई और इस प्रकार श्री गणेश जी के सगे मामा माना जाता है।
Mainaka कौन थे?
Mainaka पर्वत का नाम आपने रामायण और अन्य कथाओं में सुना होगा। जब हनुमान जी समुद्र लांघ रहे थे, तब Mainaka पर्वत ने उन्हें विश्राम देने हेतु ऊपर उठकर सेवा करने की इच्छा जताई थी। यही Mainaka पार्वती जी के भाई थे।
Mandara कौन थे?
Mandara पर्वत का उल्लेख समुद्र मंथन की कथा में आता है। देवताओं और असुरों ने जब अमृत प्राप्त करने के लिए समुद्र मंथन किया, तब मंदराचल पर्वत (Mandara) का प्रयोग मथानी के रूप में किया गया। यह पर्वत भी पार्वती जी का भाई माना गया है।
प्रश्न जो अक्सर पूछे जाते हैं
Q1. क्या भगवान विष्णु गणेश जी के मामा हैं?
👉 हाँ, एक परंपरा में माता पार्वती ने भगवान विष्णु को अपना भाई माना था और राखी बाँधी थी। इस दृष्टि से विष्णु भगवान को भी गणेश जी का “मामा” कहा जाता है।
Q2. सगे मामा कौन हैं?
👉 सगे मामा वे हैं जो रक्त-संबंध से जुड़े हों। इस आधार पर पार्वती जी के असली भाई — Mainaka और Mandara — को ही गणेश जी के सगे मामा कहा जाता है।
Q3. क्या इन नामों का उल्लेख शास्त्रों में है?
👉 हाँ, Mainaka और Mandara पर्वतों का उल्लेख रामायण और समुद्र मंथन की कथा में मिलता है। GloriousHinduism जैसे ब्लॉग में इन्हें विशेष रूप से पार्वती जी के भाई कहा गया है।
क्यों महत्वपूर्ण है यह जानकारी?
यह प्रश्न केवल जिज्ञासा का विषय ही नहीं, बल्कि हमारे पुराणों और परंपराओं की गहराई को समझने का माध्यम भी है। गणेश जी को “विघ्नहर्ता” कहा जाता है, लेकिन उनके पीछे का पारिवारिक और पौराणिक इतिहास हमें यह सिखाता है कि हर देवता का जीवन व्यापक कथाओं और रिश्तों से जुड़ा हुआ है।
निष्कर्ष
तो अब आपके मन में कोई संदेह नहीं रहेगा कि श्री गणेश जी के सगे मामा कौन थे।
रक्त संबंध से देखें तो पार्वती जी के भाई Mainaka और Mandara उनके सगे मामा थे।
लोक परंपरा से देखें तो भगवान विष्णु भी उनके मामा कहलाते हैं।
इस तरह अलग-अलग कथाओं और मान्यताओं में गणेश जी के “मामा” का स्थान विशेष है।