तबला वादक जाकिर हुसैन का सोमवार को सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में निधन हो गया। उनके परिवार की तरफ से इस दुखद खबर की पुष्टि कर दी गई है। वो 73 साल के थे। इससे पहले 15 दिसंबर की रात को फैमिली ने मौत की खबरों का खंडन किया था। उनकी बहन खुर्शीद ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा था कि उनकी सांसें चल रही हैं, लेकिन हालत नाजुक है। उनकी सेहत के लिए दुआ करें। पर 16 दिसंबर की सुबह जाकिर हुसैन ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।
15 दिसंबर की देर रात आई Zakir Hussain Death की खबर
15 दिसंबर की देर रात को खबर फैल गई कि जाकिर हुसैन अब नहीं रहे। इसके बाद श्रद्धांजलि देने वाले पोस्ट की सोशल मीडिया पर बाढ़ आ गई। फिल्म इंडस्ट्री से लेकर स्पोर्ट्स और कई नेताओं ने भी X पर दुख व्यक्त किया।
नेताओं ने सोशल मीडिया पर जताया दुख
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने पोस्ट किया, ‘महान तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन जी के निधन की खबर बेहद दुखद है। उनका निधन संगीत जगत के लिए बहुत बड़ी क्षति है। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और फैंस के साथ हैं। उस्ताद जाकिर हुसैन जी अपनी कला की ऐसी विरासत छोड़ गए हैं, जो हमेशा हमारी यादों में जिंदा रहेगी।’
Zakir Hussain Death: मशहूर तबला वादक जाकिर हुसैन निधन, सैन फ्रांसिस्को में ली अंतिम सांस https://t.co/tCS0nkWjQg pic.twitter.com/gO8D4iBEdz
— tufan exprees (@Tufanexprees87) December 16, 2024

Ustad Zakir Hussain Career: जाकिर ने मात्र 11 साल की उम्र में अमेरिका में अपना पहला कॉन्सर्ट दिया था। 1973 में, उन्होंने अपना पहला एल्बम ‘लिविंग इन द मैटेरियल वर्ल्ड’ लॉन्च किया। उनके योगदान को संगीत जगत हमेशा याद रखेगा.
Ustad Zakir Hussain Death Reason: मशहूर तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन को हृदय संबंधी समस्याओं के बाद अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल के आईसीयू में रविवार को ही भर्ती कराया गया था. उनके मित्र और बांसुरी वादक राकेश चौरसिया ने इस बारे में जानकारी दी थी.